हमर तोहर मनके बात

शनिबार २२ कार्तिक २०८२
जीवनभर करली घरके काम
समाजीक काम छोईर के
किनली कतेक जमीन क्या कठ्ठा ?
माईगके ल्यागेलौ भोट तोहर
खोजली कत छौ तोहर नेता
कत भ्यागेल्छौ बेपत्ता ?
के कहतौ ,के करतौ ,केकरा
छै उधारी मतलव अत
बिक गेल्छै, विकैले चाहैछै
थाह छै कारोवारी सब अत ।।
चोरी , भ्रष्टाचारी मन पसिन
ओई सबके शब्द छै गजदारी
किनै ओहे सब मिला के
सबकोई के हर बफादारी ।।
एक बुन्द पसिना
असल समाजके खातीर
हाजीर छै अत हिम्मतबाला
समाजके काममे भागीदारी
ओहे अत किस्मतबाला ।।
अपन लेल नै त कर तोहर
आबैबला पुस्ताके खातीर
बनतौ ईलोन मस्क, जुकरबर्ग
लर या ओहेन ब्यबस्ताके खातीर ।।
✍️शिव शंकर चौधरी
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